कहीं दूर किसी का दिल धड़कता तो होगा,
जब इस दिल ने उसे एक आवाज दी है |
यूँ ही सांसे थम सी नहीं जाती ,
यूँ ही धड़कने तेज सी नहीं होती ,
यूँ ही कोई ख्यालों में खो नहीं जाता |
यूँ ही लोग उसे दीवाना न समझ लेते ,
जब उस दीवाने को किसी ने आवाज दी है |
कितना अजीब सा लगता है, जब मन बेचैन सा होता है ,
जब इस दिल की डोर कोई और खींचता है |
कितना प्यारा सा लगता है, दुनिया सिमट सी जाती है ,
जब दूर बैठा कोई याद करता है |
कितना दर्द होता है, आँखें भर सी आती है,
जब दूर किसी के दिल में एक आह उभर आती है |
सिसकती तपस जब दिल को छू जाती है,
मन कि तड़प जब किसी कि याद दिला जाती है |
इन आँखों के मोती जब किसी के दर्द बयाँ करती है,
जब हिचकियाँ भी दिल के दर्द को बढ़ा जाती है ,
दूर बैठा कोई जब याद करता है |
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